भ्रष्टाचार में दोषी अधिकारियों और टीचर के खिलाफ सरकार से कोर्ट ने मांगी भ्रष्टाचार की धाराओं के तहत मुकदमा चलाने की परमिशन
सत्यखबर फरीदाबाद (मनोज सूर्यवंशी) – हरियाणा सरकार कि जीरो टॉलरेंस नीति को पलीता लगा रहे सरकारी अधिकारी और कर्मचारी बिना किसी डर के लगातार भ्रष्टाचार मचाने में लगे हैं। शिक्षा विभाग के टीचर ने लाखो रुपए के लगभग का घोटाला कर सरकार को मोटा चूना लगा दिया है ।जिसकी शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा जांच होने के बावजूद भी प्रशासन ने टीचर के खिलाफ अभी तक कार्रवाई नहीं की है। इसी मामले में फरीदाबाद की जिला अदालत ने लिया संज्ञान लेते हुए आगामी 30 अगस्त तक आरोपी टीचर सहित और फरीदाबाद के अतिरिक्त उपायुक्त ,जिला शिक्षा अधिकारी ,जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी फरीदाबाद सहित 5 लोंगो पर कोर्ट स्वमं अपने कानून का प्रयोग करते हुए भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत आगे की कार्रवाई करेगा।
यह मामला बल्लमगढ़ के सेहतपुर गांव के सीनियर सेकेंडरी स्कूल का है जब इस भ्रष्टाचार का खुलासा एक अन्य अध्यापक ने किया तो उसने सरकार को तमाम शिकायतें की लेकिन कोई असर नहीं हुआ तो भ्रष्टाचार में संलिप्त सेहतपुर गांव के सीनियर सेकेंडरी स्कूल के तत्कालीन इंचार्ज के खिलाफ उसी के साथी टीचर ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया ।
कोर्ट ने टीचर द्वारा लाखों रुपए के घोटाले के मामले में आगामी 30 अगस्त तक उपरोक्त मामले में टीचर और अधिकारियों के खिलाफ सरकार द्वारा कराई गई जांच जिसमें उपरोक्त सभी दोषी पाए गए हैं उसी के तहत कोर्ट ने सरकार से आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा चलाए जाने की परमिशन मांगी थी लेकिन सरकार की तरफ से कोर्ट में परमिशन नहीं भेजी गई जिस पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट की तरफ से अपने ऑर्डर में कहा गया है कि यदि आगामी तारीख तक परमिशन नहीं आती है तो जिला शिक्षा अधिकारी , जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के साथ-साथ फरीदाबाद के अतिरिक्त उपायुक्त सहित 5 लोगो के खिलाफ कोर्ट स्वयं ही भ्रष्टाचार की विभिन्न धाराओं के तहत उपरोक्त सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी
इस मामले पर याचिकाकर्ता के वकील ने बताया कि टीचर ने लाखों रुपए का घोटाला किया है और अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी बिल लगाकर स्कूल की इमारत बनवाने से संबंधित सभी कार्यों में पैसे को पास करा कर डकार गया है। याचिकाकर्ता के वकील ने बताया कि सरकार जहां एक तरफ भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात कर रही है वहीं बडे अधिकारी भी छोटे कर्मचारी के साथ मिलकर घोटाले करने में नहीं चूक रहे हैं यही कारण है कि फरीदाबाद के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत स्वयं उपरोक्त दोषी कर्मचारियों और अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के तहत कार्रवाई करेगी।
वहीं जब इस मामले में फरीदाबाद की जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी शशि अहलावत से बात की गई तो उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों तक यह बात संज्ञान में है और मामले की जांच की गई है जांच रिपोर्ट उनके पास आ चुकी है और वह 1 हफ्ते के अंदर ही उपरोक्त टीचर के खिलाफ कार्रवाई करेंगी ।